(*Required fields)
Please fill in ALL of the required information to submit this form.
Scroll
अगर आप अवास्कुलर नेक्रोसिस की सफलता की कहानी के बारे में एक आशा और साहस की एक कहानी पूछें तो यह है कलीम जी की कहानी। सुखायु आयुर्वेद में यह केवल सिर्फ एक केस स्टडी नही है, जिसमे हमने AVN का इलाज किया है और मरीज को सामान्य जीवन में लाया गया है। कलीम जी एक उदाहरण है और हर किसी के लिए एक प्रेरणा जो भी AVN से पीड़ित हैं।

उन्होंने कहा कि उनमे जिम के प्रति पागलपन था। और किसी ने बॉडीबिल्डिंग के लिए स्टेरॉयड की सलाह दी। उन्होंने इनको ले लिया। लेकिन यह उनके लिए बहुत बुरा साबित होआ और अपने कूल्हे खो दिये।अचानक से कूल्हे में तेज दर्द हुआ। उस दर्द के उपचार के लिए काफी चिकित्सकों से मिलें। और वह avascular गल। ….. से डाइग्नोस होए।उनको टोटल हिप रिप्लेसमेंट के लिए सुझाव दिया गया था।
जब पहली बार उन्होंने सुखायु आयुर्वेद का दौरा किया तो दोनों हाथों में बैसाखियाँ , नार्मल चलने की कोई उम्मीद नहीं, यह थे कलीम जी।वे सिर्फ यही सुनिश्चित करना चाहते थे की किसी तरह सर्जरी टल जाये। जिम और सभी अन्य बातें उनके लिए बस एक सपना था।

यह तस्वीर बहुत कुछ बोलती है और ज्यादा कुछ कहने की जरूरत नहीं है।
यहाँ अवास्कुलर नेक्रोसिस रोगी का विवरण हैं:
| रोगी विवरण | |
| आयु | 34 साल |
| Prakruti | Vaat और Kaphaja |
| सत्व | प्रवर |
| Satamya | मध्यमा |
| सार | Rakt और Asthi सार |
| Samhanana | Madyama |
| अन्य रोग इतिहास | नहीं |
| मादक | प्रासंगिक |
| एच / हे स्टेरॉयड | हाँ |
| AVN का ग्रेड | ग्रेड III |
उन्होंने उपचार से पहले दो सवाल पूछे :
और हाँ हमने छह महीने के भीतर ये सब हासिल किया। उन्होनें अपना सामान्य जीवन शुरू कर दिया है और हमने उनका वीडियो रिकॉर्ड किया।
कलीम भाई एक सामान्य जीवन जी रहा थे। उन्होंने कहा कि पूरे दिन भर काम करने के बाद भी वह पूरी तरह से सहज थे।
लेकिन “बॉडीबिल्डिंग” का अपना सपना को उसे नियमित रूप से सता रहा था।
मुझे याद है वह मेरे पास एक दिन आये और एक एहसान करने के लिए कहा! मुझसे पूछा की मैं बॉडीबिल्डिंग करना चाहता हूं। और मैं इसके बाद दंग रह गया। निश्चित रूप से मेरा पहला जवाब एक बड़ा ना था। क्योंकि मैं उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंतत था। हमने एक लंबी चर्चा की। लेकिन अंत में उन्होंने मुझे विश्वास में लिया की वो एक महीनें के लिए व्यायाम करने की कोशिश करूंगा। मैं उसके साथ सहमत तो हुआ , लेकिन मैं खुश नहीं था। इस तरह के केस में आगे क्या होगा, और अब यह एक इतिहास है ……
कलीम जी पर वैद्य प्रदीप
उन्होंने रिकवरी के बाद वर्कआउट शुरू कर दिया और वह पूर्ण उत्साह के साथ यह किया और आश्चर्यजनक रूप से एक आदमी पूरी तरह से शरीर बदल दिया है।
कलीम जी ने जिम करना शुरू किया और परिवर्तन की इस यात्रा के दौरान उन्होंने उनके कूल्हे का बहुत ध्यान रखा।
उन्होनें किसी भी तरह का स्टेरॉयड नहीं लिया, हमारे बताये अनुसार उन्होंने प्रतिबंध के साथ डाइट का पालन किया जो की avn की स्तिथि में आवश्यक थे। शुरूात के दिनों में इस आहार के साथ व्यायाम करने के लिए चुनौती थी, लेकिन समय के साथ वह समान्य हो गया। इसके बाद वे विकलांगता भूल गया थे और अपना अभ्यास जारी रखा।
उन्होंने महसूस किया की अब एक कदम आगे जाना चाहिए और वो था बॉय बिल्डिंग की प्रतियोगिताओं के लिए, और उन्होंने वहां जाने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि इस यात्रा को पूरा करने के लिए वो सुनिश्चित थे।

वो हर जगह खबर में थे। उन्होनें अपना भाग्य बदल दिया। जो चुनौती उन्होंने स्वीकार की वह पूरा की। यह कलीम जी और सुखायु, दोनों के लिए एक उपलब्धि थी।
एक समय था जब वो चलने के लिए संघर्ष करते थे और आज ये वही व्यक्ति थे जिन्होंने एक श्रेणी में Mr जयपुर का ख़िताब जीता था । उन्होंने अपने जीवन के लिए लड़ने का फैसला किया अपनी आशा नहीं खोने दी।
आप भी AVN के बाद भी आयुर्वेद उपचार के साथ एक सामान्य जीवन जी सकते हो। निश्चित रूप से, हर कोई कलीम साहब की तरह नहीं हो सकता। लेकिन कम से कम आप विकलांगता से छुटकारा पा सकते हैं और एक सामान्य जीवन व्यतीत कर सकते हैं।
अवास्कुलर नेक्रोसिस के लिए समाधान सर्जरी नहीं है। सर्जरी अधिक प्रतिबंध लाता है और आपको असहाय करता है। लेकिन आयुर्वेद उपचार के साथ आप दर्द, विकलांगता के बिना और किसी भी जोखिम के बिना एक सामान्य जीवन व्यतीत कर सकते हैं …।
आप सखायु आयुर्वेद में इलाज के लिए अगले व्यक्ति हो सकता हो …….

Vaidya Dr. Pardeep Sharma is M.D. in Ayurveda from prime institution of Ayurveda- National Institute of Ayurveda. Vaidya Dr. Pardeep is providing the person who first time reversed the – progressive cases of Avascular Necrosis through Ayurveda and Panchakarma treatment.