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अवास्कुलर नेक्रोसिस (AVN) ग्रेड 3 से 2 में रिवर्सल

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जब AVN होने का पता चला तब सारी आशाएं टूट जाती हैं। एक आदमी कुछ दिन पहले जो ठीक था अचानक से पता चलता है की उनको AVN जैसी कोई बीमारी हो गयी है और वह भी शुरआती स्टेज में नहीं ग्रेड 3 में है।

रोगी का नाम: श्री राज कुमार शर्मा
उम्र : 44 साल
पेशे: बिजनेसमैन
निदान की तारीख: अगस्त 2018
हमारे साथ नामांकित: सितंबर 2018
उपचार की कुल अवधि: 1.5 साल
की चिकित्सा पूरी

उन्होंने कहा कि वे काफी ऑर्थो पेडिक्स के पास गए और सब के सब ने उनको एक ही सलाह दी जो थी टोटल हिप रेप्लेस्मेंट की । आप चाहे इसे बाद में या अभी करवाइये परन्तु आपको यही करना होगा।

उन्होंने वैद्य प्रदीप और अवास्कुलर नेक्रोसिस के उपचार के बारे में पता किया और हमें संपर्क किया। उनकी रिपोर्ट का अध्ययन किया गया और अंत में वह सितम्बर 2018 के महीने में उपचार के लिए सुखायु आयुर्वेद में शामिल हो गए।

अवास्कुलर नेक्रोसिस के रोगी का विवरण :

यहाँ अवास्कुलर नेक्रोसिस रोगी के विवरण हैं:

रोगी विवरण
आयु44 वर्ष
प्रकृतिपित्तज़ और कफ़ज
सत्वAvara
Satamya मध्यमा
सारRakt और Mamsa सार
SamhananaMadyama
अन्य रोग इतिहासनहीं
मादकप्रासंगिक
एच / हे स्टेरॉयडनहीं

AVN के ग्रेड III की रिकवरी

उपचार से पहले की स्थिति

  • रोगी लंगड़ाहट के साथ चल रहा था।
  • कूल्हे में तेज दर्द।
  • सोते समय दर्द में वृद्धि।
  • हिलने डुलने का प्रतिबंध।
  • रोगी को चलने के लिए छड़ी का उपयोग करना पड़ता था।
  • ग्रेड उपचार से पहले अवास्कुलर नेक्रोसिस ग्रेड 3

उपचार के बाद वर्तमान स्थिति

  • मरीज सामान्य रूप से चलने में सक्षम ।
  • कूल्हे में कोई दर्द नहीं।
  • रोगी सामान्य रूप से चलने लगा।
  • हिप जॉइंट में कोई दर्द नहीं।
  • दो महीने के भीतर दर्द पूरी तरह से ह्रास हो गया ।
  • सामान्य रूप से अपने कर्तव्य को करने से
  • उपचार के बाद अवास्कुलर नेक्रोसिस का ग्रेड 2

अवास्कुलर नेक्रोसिस के ग्रेड का रिवर्सल

44 की उम्र में प्राकृतिक रूप से हड्डियों का क्षय होना शुरू हो जाता है और इस केस में हड्डी के क्षय को रोकना एक चुनौती था। लेकिन रोगी की प्रतिबद्धता ने उचित परिणाम प्राप्त करने में हमारी मदद की। राजकुमार जी का सकारात्मक होना हमारे लिए बहुत बड़ी मदद थी।

यहाँ दर्द को कम करने के लिए कोई दवाऐ नहीं थी। इस केस में AVN के उपचार का मुख्य उद्देश्य रक्त की आपूर्ति बहाल करने के लिए था। जैसे ही रक्त की आपूर्ति सामान्य कर पाए वैसे ही क्षय हो रही हड्डी और दर्द दोनों में हमें परिणाम मिले।